koi apna nhi hota ye bhi apno ne hi sikhaya h
Maine To Aapki Har Adao ko Apnane Ki Kosis Me Marta Tha… Kiya Pata Aadae Badalna Vi Aapki Aadat Thi,,
समझ नहीं पाता उसकी आँखों की अदा, कभी लगता चाहत है, कभी लगता नफरत है..!!
~ बड़ा अजीब सा जहर था उसकी यादों का सारी उम्र गुजर गयी मरते – मरते .. ^
सारा बदन अजीब से खुशबु से भर गया शायद तेरा ख्याल हदों से गुजर गया..
इक तो नहीं सजन मेरे पास नही रे… दूजे मिलन दी कोई आस नही ऱे….
मर जाने के लिए थोड़ा ज़हर काफ़ी है, मगर जीने के लिए काफ़ी ज़हर पीना पड़ता है।
दोस्तो से अच्छे तो मेरे दुश्मन निकले,, कमबख्त हर बात पर कहते हैं कि तुझे छोडेंगे नहीं.
Kya? Phir EK Mitti K Mujsmay Say Umeed_e_Wafa,,, Aay DIL Tujhay Such Main Izzat Raas Nahi….?
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