कहा था सबने, डूबेगी यह कश्ती
मगर हम जानकर बैठे उसी मेंll
हम नींद के शौक़ीन ज्यादा तो नहीं लेकिन, तेरे ख्वाब न देखूं तो गुज़ारा नहीं होता…
बारिश और महोबत दोनों ही यादगार होते हे,❤ बारिश में जिस्म भीगता हैं और महोबत मैं आँखे.
जिस के जी में जो आता है कह जाता है… दिल का क्या है सबकी सुन के रह जाता है…
~Haiin Bohat Adhoorey Mamley .. Teri Zaat Se Merii Zaat Tak .. ^
हमने सोचा था की हर मोड़ पर याद करेंगे तुझे पर कमबख़त पूरी सड़क ही सीधी निकली कोई मोड़ ही Continue Reading..
बदला वफाओं का देंगे बहुत सादगी से हम..!! तुम हमसे रूठ कर देखो और हम ज़िंदगी से मुह फेर लेंगे..!!
~Dhoka Deti Hai Masoom Chehron Ki Chamak Aksar, Har Kaanch K Tukray Ko Heera Nahi Kehte .. ^
कोई ख़ास फ़र्क नहीं पड़ता अब ख़्वाहिशें अधूरी रहने पर… बहुत करीब से कुछ सपनों को टूटते हुए देखा है Continue Reading..
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