बस आख़री साँस बाकी है ,, तुम आती हो या मैं ले लूँ…
वो जवानी ही क्या जिसे लोग पलट कर न देँखेँ
कुछ नहीँ था मेरे पास खोने को, जब से मिले हो तुम डर गया हूँ मैँ
अगर में कहुँ उदास हु तुम बिन तो तुम लौट आओगी ना
-Ishq Kiiya Jo Us’se Phir Usko Aazmana Kya?
आँखों के अंदाज़ बदल जाते हैं जब कभी हम उनके सामने जाते हैं
मैं बुरा हूँ तो बुरा ही सही… …. कम से कम “शराफत” का दिखावा तो नहीं करता
ख्वाब मत बना मुझे सच नहीं होते, साया बना लो मुझे साथ नहीं छोडेंगे..!!
एक मशविरा चाहिए, ख़ुदकुशी करूं या इश्क..
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