वो बड़े घर की थी साहब, . छोटे से दिल में कैसे रहती.
~Terey Baad Nazar Aati Nahi Mujhe Ab Koi Manzil, Kisi Aur Ka Ho Jana Ab Merey Bas Mein Hi Nahi Continue Reading..
रात तो क्या पूरी जिन्दगी भी जाग कर गुजार दूँगा तेरे खातिर ।।।
इतना खुश रहो के साला गम बी कहे गलती से मे यहा कहा आ गया।
दर्द आवाज छीन लेता है ओर खामोशी की कोई वजह नही होती
ख्वाब मत बना मुझे सच नहीं होते, साया बना लो मुझे साथ नहीं छोडेंगे..!!
पुराने आशिक वफा तलाश करते थै, आज के आशिक जगह तलाश करते है..
सोचता हूँ बेच डालूं …. मेरे सब उसूल अब पुराने हो गए हैं !!
कहीं ज़िद पूरी, कहीं जरूरत भी अधूरी… कहीं सुगंध भी नहीं, कहीं पूरा जीवन कस्तूरी…!!
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *